नगर कौंसिल खन्ना व बिल्डिंग मालिक की लापरवाही के कारण एक मजदुर की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल

नगर कौंसिल खन्ना व बिल्डिंग मालिक की लापरवाही के कारण एक मजदुर की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल

Building collapsed and one laborer died

Building collapsed and one laborer died

अर्थ प्रकाश: खन्ना,केके

खन्ना (पंजाब): नगर कौंसिल खन्ना व बिल्डिंग मालिक की लापरवाही के कारण शहर में चल रहगे एक बिल्डिंग निर्माण के दौरान एक मजदुर की मौत हो गई जबकि तीन मजदुर गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें खन्ना के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, नगर कौंसिल खन्ना ने अगर समय रहते कार्रवाई की होती तो आज एक व्यक्ति की जान बच जाती, इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन?

हादसे में हुए कई जख़्मी 
हादसा बुधवार की शाम को हुआ, जीटी रोड़ के साथ लगती अजय सूद नामक व्यक्ति की बिल्डिंग का निर्माण चल रहा था उसी वक्त साथ लगती बिल्डिंग की दीवार मजदूरों पर गिर गई जिससें एक मजदूर की मौत जबकि दो महिलाओ सहित तीन की हालत गंभीर है ,हादसे में मलबे के नीचे दबकर मरने वालों की पहचान मुकेश मुनी (32) निवासी इकोलाहा के तौर पर हुई जबकि घायलों की पहचान विपन मुनी (50) निवासी इकोलाहा, निभा देवी (48) पत्नी विपन मुनी निवासी इकोलाहा, मंजीता कुमारी पत्नी कुंदन मुनी निवासी इकोलाहा के तौर पर हुई है।

ईमारत गिरने की वजह 
पुलिस ने मृतक मुकेश मुनी के शव को स्थानीय सिविल अस्पताल खन्ना के शव गृह में रखा गया है। वीरवार की सुबह उसका पोस्टमार्टम करवाकर शव को उनकें वारिसों के हवालें कर दिया है। घायलों का सिविल अस्पताल खन्ना में इलाज जारी है। एस.एम.ओ डा. मनिंदर भसीन ने बताया कि अस्पताल में 6 घायलों को लाया गया था जिनमें से एक की मौत हो चुकी थी जबकि बाकि तीन को गंभीर चोट है, जिनका इलाज चल रहा है। मौके पर काम कर रही लेबर के राजू और कृष्णा ने बताया कि वह बिल्डिग का निर्माण कर रहे थे। मालिकों द्वारा कहने पर जमीन पर खुदाई की जा रही थी, इस बीच अचानक 14 फीट की दीवार उन पर आ गिरी। भारीभरकम मलवे में दबने से एक की मौत हो गई जबकि कई घायल हुए हैं। मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई। अगर मजदूर ना भागते तो बड़ा नुकसान ज्यादा हो सकता था।

नगर कौंसिल की रही लापरवाही 
इस संबंध में जब हमने नगर कौंसिल खन्ना के एमई मुकेश राए व बिल्डिंग इंस्पेक्टर रजनी गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि हमने इनको पहले ही नोटिस निकाल दिया था, जब हमने पूछा कि आपने काम बंद क्यों नहीं करवाया तो रजनी ने कहा कि प्रोटोकाल है पहले हम मौके पर जाकर बोलते हैं फिर हम एक नोटिस निकालते हैं उसके बाद भी अगर काम बंद नहीं होता तो हम कोर्ट का रुख करते हैं, जब हमनें पूछा कि इस दौरान अगर कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन है तो हमें इसका कोई जवाब नहीं दिया, इससे साफ जाहिर होता है कि नगर कौंसिल की लापरवाही के कारण ही एक मजदूर की जान गई।